एक दिन

एक दिन ये साँसें थम जाएँगी,
ओस की तरह वक़्त के पन्नों पे जम जाएँगी;

धुआँ हो जाऊँगा चंद लम्हों में,
तारा बन के टिम टिमाऊँगा आसमान में;

यादों में बस जाऊँगा यूँ,
चाहकर भी ना आ पाऊँगा फिर;

आँसुओं से ना मुझे विदा करना,
उनमे बहकर कहीं खो जाऊँगा;

हँसी की तरह अपने चेहरे पे सज़ा लेना;
जब भी आईना देखोगे नज़र आ जाऊँगा मैं.
 

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